Water Crisis In Uttarakhand :प्रदेश में पर्वतीय मार्गों पर खच्चर से पहुंचाया जा रहा पानी
Water Crisis In Uttarakhand : उत्तराखंड के 808 मोहल्ला और बस्तियों में पानी की किल्लत हो रही है, जिसको लेकर पेयजल विभाग बड़े पैमाने पर व्यवस्थाएं तेज कर रहा है। जल संस्थान के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजल की व्यवस्था लड़खड़ाने लगी है लगभग 375 पेयजल योजनाएं संकट में है इसमें 40 शहरी और 332 ग्रामीण क्षेत्र की है 274 शहरी और 534 ग्रामीण क्षेत्रों के मोहल्ला और बस्तियों में लोग पेयजल के लिए परेशान हो रहे हैं।
Water Crisis In Uttarakhand :
पेयजल आपूर्ति :
पेयजल विभाग ने 71 पानी के टैंकरों के साथ ही 208 टैंकरों से पानी पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं अधिकारियों का कहना है कि करीब 103 करोड़ रुपए खर्च से संकट दूर करने की कोशिश की जा रही है, 114 जनरेटर लगाए गए हैं, और साथ ही पिछले डेढ़ माह में 56 नए हैंडपंप भी लगने का काम भी चल रहा है। जिससे कि शहरी क्षेत्रों में 14 और ग्रामीण क्षेत्रों में 42 हैंडपंप शामिल है। विभाग की ओर से 58 हैंडपंप में कोरा पंप लगाकर पेयजल आपूर्ति की जा रही है।
Water Crisis In Uttarakhand : जल संस्थान ने पर्वतीय मार्गो पर खच्चर से पानी आपूर्ति कराए जाने की भी बात कही है, क्योंकि कई गांव ऐसे हैं, जहां सीधे सड़क मार्ग नहीं है और वहां टैंकर नहीं जा सकते है, साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दो नोडल अधिकारी भी बनाए गए हैं, ताकि गर्मी में पानी के संकट से लोगों को बचाया जा सके।
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