Shani Dev Story : शनिदेव पर क्यों चढ़ाया जाता है तेल , जानें क्या है राज
Shani Dev Story : अक्सर लोग शनि मंदिर जाकर शनिदेव पर तेल चढ़ाते हैं, लेकिन शनिदेव पर तेल क्यों चढ़ाया जाता है क्या इसके पीछे की पौराणिक कथा है और क्या मान्यता है आज हम यह जानेंगे।
Shani Dev Story :
एक समय की बात है जब शनि देव बजरंगबली हनुमान के पास पहुंचे , उस दौरान बजरंगबली हनुमान नदी किनारे बैठ कर भगवान राम के नाम का जाप कर रहे थे, शनि देव भगवान ने हनुमान जी से कहा कि मैं आप पर अपनी दृष्टि डाल रहा हूं और अब साढ़े 7 वर्षों तक मैं आप ही के साथ रहूंगा। लेकिन बजरंगबली ने कहा कि मेरे पास ऐसा कोई स्थान नहीं है जहां पर मैं आपको जहां दे सकूं, इस पर शनिदेव ने अहंकार दिखाते हुए कहा कि मेरी दृष्टि से कोई भी बच नहीं पाया है और अब मेरे दृष्टि आप पर है। हनुमान जी बोले कि मैं प्रभु श्री राम का भक्त हूं और मेरे मन में केवल श्रीराम ही बसते हैं, ऐसे में मैं आपको स्थान नहीं दे सकता।
Shani Dev Story : इस पर शनिदेव बोले कि मेरा प्रभाव साढ़े 7 वर्षों तक रहता है और जब मेरी दृष्टि मनुष्य तो पढ़ती है, तो वह व्यक्ति अपनी सूझबूझ खो देता है। पहले ढाई वर्षो तक मैं मनुष्य के सर पर बिराजता हूं जिससे कि उसके सोचने और समझने की शक्ति खत्म हो जाती है , इसके बाद ढाई वर्षो तक मैं उसकी जबान पर रहता हूं जिससे कि वह व्यक्ति है अपने शब्दों पर नियंत्रण नहीं रख पाता इससे उस व्यक्ति के रिश्ते खराब हो जाते हैं। अतिरिक्त ढाई वर्षो में, मैं उसके पैरों जाकर उसको भटकाने का काम करता हूं और अब मेरी दृष्टि आप पर हैं। अब मैं सधे 7 वर्षों तक आप ही के साथ रहूंगा।
Shani Dev Story : इस पर हनुमान जी ने कहा कि मैं ध्यान में व्यस्त हूं , आपको जैसा उचित लगे आप ऐसा कीजिए। शनिदेव ने अपनी दृष्टि हनुमान जी पर डाली और उनके सर पर आ बैठे। जप करने में व्यस्त हनुमान जी अपने सर पर भार का अनुभव हुआ और सर मैं खुजली होने लगी, उनको लगाकर प्रभु श्री राम के जाप करने में उनको दिक्कत हो रही है उन्होंने पास मे पड़े एक बड़े पत्थर को उठाया और अपने सर पर रख लिया। अभी भी उनके सर में खुजली हो रही थी , उन्होंने एक और बड़ा पत्थर उठाया और उसको भी अपने सर पर रख लिया अब पत्थर का वजन ज्यादा होने से शनिदेव की हालत खराब हो गई।
Shani Dev Story : शनिदेव ने कहा कि प्रभु मुझे छोड़ दीजिए मैं पत्थरों का वजन नहीं सह पा रहा हूं । जिस पर हनुमान जी ने कहा कि अभी तो आपको मेरे साथ साढ़े 7 सालों तक रहना है और आप तो साढ़े 7 मिनट भी नहीं रह पाए । शनिदेव की हालत खराब होने लगी उन्होंने कहा कि बजरंगबली जी मुझे जाने दीजिए आज के बाद मैं आपके आसपास नहीं आऊंगा।
इस पर बजरंगबली हनुमान जी बोले कि मैं तुम्हें एक ही शर्त पर जाने दूंगा कि आप आगे से किसी भी राम भक्त पर अपने दृष्टि नहीं डालेंगे। जिस पर शनिदेव ने उनकी बात पर हामी भरी और उनके सर से उतर गए।
Shani Dev Story : लेकिन अभी भी शनिदेव को काफी दर्द हो रहा था तो शनिदेव ने हनुमान जी से कहा कि प्रभु मेरे घाव पर लगाने के लिए कुछ तेल की बूंदे मिल सकती है क्या, जिस पर शनि देव को हनुमान जी ने कहा कि मेरे पास तो तेल नहीं है, लेकिन मैं आपको आशीर्वाद देता हूं कि आज से पूरी दुनिया आपकी दृष्टि से बचने के लिए आप पर तेल चढ़ायेगी और तब से ही शनिदेव पर तेल चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया।
ये भी पढ़े : देश के टॉप 3 थानों में शामिल हुआ उत्तराखंड का यह थाना , मिलेगा सम्मान