Mauni Amavasya 2022 : मौनी अमावस्या पर ऐसे करें पूजा, पूरी होगी मनोकामना
Mauni Amavasya 2022 : आज माघ अमावस्या यानी मौनी अमावस्या है। इस साल अमावस्या पर विशेष स्नान का योग दो दिन है। शास्त्रों के अनुसार माघ महीने में अमावस्या को काफी शुभ माना जाता है। मौनी अमावस्या पितरों और शनिदेव से संबंधित है। कहा जाता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने और भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी दुख दूर होते हैं। पौराणिक कथाओं की मानें तो मौनी अमावस्या पर ही ऋषि मुनि का जन्म हुआ था। कहा जाता है कि इस दिन मौन व्रत या उपवास करने से सुख की प्राप्ति होती है।
Mauni Amavasya 2022 : ![Mauni Amavasya 2022](https://uktaknews.com/wp-content/uploads/2022/02/haridwar-snan_1643634314-300x202.webp)
श्रद्धालुओं की भीड़ :
Mauni Amavasya 2022 : मौनी अमावस्या पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ रही। हर की पैड़ी में सुबह से ही श्रद्धालुओं स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं ने पितृ दोष से मुक्ति और पितरों का आशीर्वाद के लिए स्नान किया। हरिद्वार में पुलिस प्रशासन ने हरकी पैड़ी और गंगा घाट पर स्नान के लिए कोई पाबंदी नहीं लगाई है। लेकिन कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं इस दिन घी, तिल, गरम कपड़े, चावल, कंबल और दूध आदि का दान करने से पुण्य मिलता है।
Mauni Amavasya 2022 : मौनी अमावस्या पर धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गंगा में देवी-देवताओं का वास रहता है। इसलिए इस दिन गंगा में स्नान करने से मोक्ष के साथ ही दान करने का भी विशेष महत्व है। कहा जाता है कि इससे कुंडली के दोष भी मुक्त होते हैं और पितरों को तर्पण भी दिया जाता है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन घर में शांति होनी चाहिए अगर कलह होता का माहौल होता है। तो ऐसे में पितरों की कृपा घर पर नहीं बनती है, साथ ही इस दिन शराब मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
ये भी पढ़ें : कांग्रेस ने उत्तराखंड की महंगाई पर श्वेत पत्र किया जारी