Lokayukta Uttarakhand : इस कार्यालय पर हो रहा सालाना करोड़ों का खर्च , जो किसी काम का ही नही
Lokayukta Uttarakhand : देहरादून पटेल नगर में बने लोकायुक्त कार्यालय देश का ऐसा पहला कार्यालय है जहां बिना कामकाज के ही कार्यालय संचालित हो रहा है और इस पर सालाना लगभग दो करोड़ रुपए का खर्च सालाना किया जा रहा है और यह सिलसिला पिछले 10 सालों से चल रहा है
Lokayukta Uttarakhand :
Lokayukta Uttarakhand : बता दे कि 2002 में उत्तराखंड के पहले लोकायुक्त सैयद रजा को बनाया गया था जो की 2008 तक इस पद पर रहे इसके बाद ये ज़िम्मेदारी एमएम घल्डियाल को दी गयी जो की 2013 तक इस पद पर रहे मगर इसके बाद से ही ये कार्यालय बिना लोकायुक्त के ही संचालित हो रहा है अब तक लोकायुक्त कार्यलय में 15222 शिकायतें आई जिसमें से सिर्फ़ 6927 शिकायतों का ही समाधान हो पाया है लोकायुक्त का काम भ्रस्टाचार सम्बंधित शिकायतों का निस्तारण करना होता है लोकायुक्त के बिना चल रहे इस कार्यलय में कर्मिको की सैलेरी पर सालाना लगभग 2 करोड़ रुपय का ख़र्च हो रहा है
साल ख़र्च
2013 -14 में – 1.62 करोड़
2014-15 में – 1.45 करोड़
2015-16 में – 1.33 करोड़
2016-17 में – 1.76 करोड़
2017-18 में – 1.88 करोड़
2018-19 में – 2.13 करोड़
2019-20 में – 2.09 करोड़
2020-21 में – 1.98 करोड़
2021-22 में – 1.97 करोड़
2022-23 में – 1.26 करोड़ (अक्टूबर तक )
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