Anniversary Of Mussoorie Shooting : मसूरी गोलीकांड के जख्म आज भी हैं ताजा, मनाया जाता है काला दिन
Anniversary Of Mussoorie Shooting : आज भी दो सितंबर का दिन मसूरी के लोगों को धड़कनें तेज कर देता है। साल 1994 में आज ही के दिन पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से आन्दोलन कर रहे राज्य आंदोलनकारियों पर बिना चेतावनी के गोलियां बरसाई थी।
Anniversary Of Mussoorie Shooting :
गोलियां बरसी :
जिससे इस हमले में मसूरी के 6 आंदोलनकारी शहीद हो गए थे और कई लोग घायल भी होन के साथ ही एक पुलिस उपाधीक्षक की भी मौत हुई थी। मसूरी के इतिहास में 2 सितम्बर का दिन काले दिन के रूप में दर्ज है। खटीमा में हुए गोलीकांड के विरोध में राज्य आंदोलनकारी अनशन पर बैठे थे जिसमें महिलाएं और बच्चें भी शामिल थे। तभी पुलिस ने आंदोलनकारियों पर बिना चेतावनी के ही गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। पुलिस की बर्बरता इतनी क्रूर थी कि महिलाओं के सा ही मासूम बच्चों पर गोलियां बरसाई थी। ऐसे में चीख पुकार और अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया था।
Anniversary Of Mussoorie Shooting : वहीं आज सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी पहुंचकर शहीद राज्य आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि दी और आंदोलनकारियों की याद करते हुए मसूरी गोलीकांड की 28वीं बरसी पर उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को नमन किया और शहीद परिवारों को शॉल और माला पहनाकर सम्मानित किया सथा ही कहा कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुसार उत्तराखण्ड के विकसित के लिए अग्रसर है।
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