Garhwali language : पुलिस ने जनता के लिए गढ़वाली भाषा में लिखें अनोखे स्लोगन
Garhwali language: कहा जाता है कि अपनी भाषा हृदय में आसानी से समाहित हो जाती है और जल्दी ही समझ में भी आती है। दरअसल चमोली जिले में यातायात पुलिस ने जनता को ट्रैफिक के नियम समझाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है। पुलिस गढ़वाली भाषा के जरिए जनता को जागरूक कर रही है। पुलिस की अनोखी मुहिम जनता को भी खूब भा रही है।
Garhwali language:
सोशल मीडिया पर वायरल :
Garhwali language : चमोली के भीड़ भरे चौराहों पर” केबे न करि, मठु – मठु चलि, या “अपणु जीवन बचयां, दारू पीके गाड़ी नि चलयां” जैसे कई स्लोगन देखे जा सकते हैं। चमोली पुलिस ने बैरियर पर गढ़वाली भाषा में जो स्लोगन लिखे हैं। वह सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रहे हैं, साथ ही स्थानीय लोग पहाड़ की स्थानीय भाषा को बैरियर में देखकर उत्साहित भी हैं, और अब कहा जा रहा है कि यह स्लोगन उत्तराखंड की संस्कृति का अभिमान भी है।
ये भी पढ़ें : भारत ने तंजानिया के सोशल मीडिया स्टार किली पॉल को किया सम्मानित