Cracks In Cities Of Uttarakhand : जोशीमठ की तरह उत्तराखंड के इन शहरों में भी मंडरा रहा खतरा, दहशत में लोग
Cracks In Cities Of Uttarakhand : उत्तराखंड के जोशीमठ शहर के हालात से हर कोई वाकिफ हो चुका है। जहां घरों और सड़कों में गहरी दरारें पड़ गई है और खतरा सैकड़ों परिवारों पर मंडरा रहा है। हालांकि राज्य सरकार द्वारा लोगों को राहत पहुंचाने के कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन प्रदेश के कई और शहर भी हैं जिनके ऊपर इस तरह का खतरा मंडरा रहा है।
Cracks In Cities Of Uttarakhand :
जोशीमठ में असुरक्षित घरों को चिन्हित कर उनके पुनर्वास के लिए तीन जगह चिन्हित कर ली गई हैं और राज्य सरकार के साथी केंद्र सरकार की लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है लेकिन प्रदेश के कई और ऐसे शहर है जहां कभी भी प्रकृति अपना कहर कभी भी बरपा सकती है। सबसे पहली बात करते हैं नैनीताल जिले की बरनाला जगह की जहां पिछले कई दशकों से भूस्खलन हो रहा है, क्षेत्र में ठंडी सड़क भवानी रोड और चाइना पीक की पहाड़ियों में भू धसाव हो रहा है और अभी तक लगभग 100 मीटर तक का क्षेत्र भूस्खलन की चपेट आ चुका है।
इसके साथ ही उत्तरकाशी जिले के मस्ताड़ी गांव में पिछले 31 सालों से भूस्खलन हो रहा है और दिन पर दिन हालात और भी खराब होते जा रहे हैं।
Cracks In Cities Of Uttarakhand : इसके अलावा टिहरी झील के किनारे बसे लोगों के घरों में भी दरारें दिखाई दे रही है और लोग खौफ के साए में जीने के लिए मजबूर हो गए हैं। बता दे कि टिहरी के पिपोला गांव के घरों में गहरी दरारें पड़ गई हैं, लोगों का कहना है कि उनकी शिकायत पर प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इतना ही नहीं प्रदेश के श्रीनगर शहर में भी लोगों ने आरोप लगाया है कि रेलवे की ब्लास्टिंग के कारण उनके घरों में दरारें पड़ गई हैं।
Cracks In Cities Of Uttarakhand :
बता दें कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के काम के लिए श्रीनगर में अंडर ग्राउंड रेलवे सुरंग बनाई जा रही है और इसके लिए ब्लास्टिंग का काम हो रहा है , लेकिन लोगों का कहना है कि इस ब्लास्टिंग के कारण आसपास के इलाकों के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है जो किसी भी समय बड़ी आफत लेकर आ सकती है। वही कर्णप्रयाग के भी कुछ घरों में दरारें पड़ने की बात सामने आ रही है और लोग प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
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