Uttarakhand Pyoli Flowers : पहाड़ों में प्योली के फूल क्यों होते हैं इतने खास ?
Uttarakhand Pyoli Flowers : बसंत ऋतु के साथ ही पहाड़ों में प्योली फूल अपनी छटा बिखेर रहे हैं। जिससे पहाड़ों की वादियों में चार चांद लग गए हैं। बसंत ऋतु शुरू होते ही पहाड़ों में रंग-बिरंगे फूल के साथ ही प्योली के फूल खिलने शुरू हो गए हैं। दरअसल प्योली जंगली प्रजाति का एक फूल है। लेकिन यह जब खिलता है तो पूरे वातावरण में बसंत के आगमन का आभास होता है। :
Uttarakhand Pyoli Flowers :
क्यों है खास :
Uttarakhand Pyoli Flowers : पर्यावरण प्रेमियों की माने तो यह फूल प्राकृतिक सुंदरता के साथ ही कई औषधियों से भरपूर है। यह फूल कई बीमारियों में रामबाण का काम करता है। इसे बसंत ऋतु का प्रतीक माना जाता है। पहाड़ों में इस फूल को फूलदेई त्योहार में उपयोग किया जाता है। जिसमें बच्चे गांव के लोगों की देहली पर रहते हैं। हालांकि प्योली फूल को भगवान को नहीं चढ़ाया जाता है, क्योंकि इसकी ताजगी केवल कुछ समय के लिए होती है।
Uttarakhand Pyoli Flowers:
ये है मान्यता :
Uttarakhand Pyoli Flowers : कहा जाता है कि जब कुमाऊं में जब देवगढ़ के राजा का राज था। तो उनकी इकलौती पुत्री का नाम प्योली था। लेकिन बीमारी के कारण उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद राजा ने पुत्री की याद में एक स्मारक बनाया था। जहां पर पीले रंग का फूल खिला था। इसके बाद राजा ने उस फूल का नाम अपनी बेटी के नाम यानी प्योली रखा।
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