Hourse Riding Training : ब्रिटिश काल के बाद एक बार फिर देहरादून के रेसकोर्स में सुनाई देंगी घोड़ों की नाल की आवाज़
Hourse Riding Training : ब्रिटिश काल के बाद एक बार फिर देहरादून के रेसकोर्स में सुनाई देंगी घोड़ों की नाल की आवाज़, जल्द ही इस रेस कोर्स में हॉर्स राईडिंग ट्रेनिग स्कूल खुलने जा रहा है… जिसमे पुलिस से लेकर युवा घुड़सवारी सिख सकेंगे
राजधानी देहरादून का रेसकोर्स इलाका अंगेजों का घुडसाल हुआ करता था, और इस पुरे इलाके में हर समय घोड़े दौड़ा करते थे, लेकिन जैसे जैसे समय बदला इस इलाके से घोड़े दूर और पूरा इलाका एक रिहायसी इलाके में तब्दील हो गया, लेकिन इस इलाके को एक बार फिर जिन्दा रखने के लिए उत्तराखंड पुलिस पुरे तो नही पर इलाके में स्थित पुलिस लाइन में अब शक्तिमान हॉर्स राईडिंग स्कूल खोलने जा रही है. जिसका मकसद प्रदेश के युवाओ को घुड़सवारी की दीक्षा देना साथ ही इस खेल को आगे बढ़ाना है. जिसमे पुलिस के 13 ट्रेन घोड़े और ट्रेन राइडर्स तैयार किये जा चुके हैं. और ट्रेनिग भी 1 मई से शुरू की जायेगी.
हार्स राइडिंग वेसे तो अमीरों का शौक माना जाता है, अच्छे घराने के लोग ही इस शौक को पूरा कर सकते हैं, लेकिन अब देहरादून पुलिस बच्चों का घुड़सवारी का शौक भी पूरा करने जा रही है… इसके लिए रिजर्व पुलिस लाइन में एक हार्स राइडिंग स्कूल तैयार किया गया है, जहां आने वाले समय में प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा…इसके लिए ग्राउंड भी तैयार किया जा रहा है. साथ ही एक एसओपी तैयार की जा रही है जिसमें युवाओं के लिए फ़ीस स्ट्रक्चर के साथ कई प्रक्रिया शामिल होगी.