Gun Licence : देहरादून की शांत वादियों में भी लोगों को गन और गनर की जरूरत हो रही महसूस
Gun Licence : देहरादून की शांत वादियों में भी लोगों को गन और गनर की जरूरत महसूस होने लगी है, पिछले कुछ सालों में तेजी से गन लाइसेंस और गनर की डिमांड बढ़ी है ।
राजधानी में बढ़ती गन और गनर की डिमांड यह बयां कर रही है, कि राजधानी के लोग या तो अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं, या फिर लोगों को रसुखदारी दिखाने का शोक चढ़ा हुआ है, देहरादून जिलाधिकारी के पास रोजाना सैकड़ों की संख्या में गन लाइसेंस के लिए आवेदन आते हैं, तो वही गनर की भी भारी-भरकम डिमांड आ रही है ।
हालांकि इनमें से केवल एक से दो परसेंट लोगों को ही गन लाइसेंस उपलब्ध हो पाते हैं , इसी के साथ गनर भी केवल ऐसे लोगों को ही उपलब्ध कराए जाते हैं, जो या तो वीआईपी कैटेगरी में है, या फिर उनकी जान को बहुत ज्यादा खतरा है, लेकिन अब कहीं ना कहीं लोग गन और गनर रखना रसूखदारी भी मानने लगे हैं।
वही आम आदमी मानना है, कि आज के समय रसुखदारी के लिए तो गन लाइसेंस हर कोई मांग कर ही रहा है, लेकिन व्यपारियो को इसकी जरूरत खास तौर पर पड़ती है, जिनको कैश में पैसे अपने पास रखना जरूरी होता है , साथ ही उनका कहना है कि जिलाधिकारी के पास से लाइसेंस बनने में काफी समय लगता है , 100 लाइसेंस के आवेदनों मे केवल 5 ही लाइसेंस बन पाते है ।