Earth Quake In Uttarakhand : प्रदेश में 8 से ज्यादा बार भूकम्प के झटके, भूकम्परोधी इमारतों की जरूरत
Earth Quake In Uttarakhand : पिछले 2.5 महीने में प्रदेश में 8 से ज्यादा बार भूकम्प के झटके महसूस हो चुके है, ऐसे में भूकम्परोधी इमारतों की जरूरत महसूस होने लगी है , ताकि बड़े भूकम्प के दौरान नुकसान कम से कम हो सेसमिक ज़ोन 4 और 5 में आने के कारण उत्तराखण्ड भूकम्प के लिहाज से बेहद संवेदनशील है, इस साल ही प्रदेश में 8 बार भूकम्प के झटके बागेश्वर, पौड़ी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ में आ चुके है , जिनकी तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 2.4 से लेकर 2.5 तक मापी गई है,
Earth Quake In Uttarakhand :
हालांकि वैज्ञानिक बताते है कि जमीन के अंदर टेकटोनिक प्लेट्स के मूवमेन्ट के चलते हल्का भूकम्प आना सामान्य प्रक्रिया है , अब सिस्टम इतने एडवांस हो चुका है कि भूकम्प के हल्के झटके भी रिकॉर्ड में आ रहे है , लेकिन चिंता बड़े भूकम्प को लेकर है ,प्रदेश में कंस्ट्रक्शन वर्क पर ध्यान देना जरूरी है, बे-हिसाब कंस्ट्रक्शन के काम की मॉनिटरिंग से लेकर राजमिस्त्री तक का ट्रेनेड होना जरूरी है
Earth Quake In Uttarakhand : उत्तराखण्ड में बड़ा भूकम्प आने का अंदेशा कई बार जताया जा चुका है ,ऐसे में सरकारी इमारतों के निर्माण में जहाँ नॉर्म्स के हिसाब से स्ट्रक्चर मॉड्यूल एप्रूव्ड होने के बाद सर्टिफिकेट दिया जाता है, थर्ड पार्टी इंजीनियर ऑडिट का नियम है वही घर के कंस्ट्रक्शन में ये सारे नियम धराशाई होते है , जो चिंता की बात है
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