Uttarakhand Transport Corporation : सरकार ने परिवहन को बना डाला प्रयोगशाला
Uttarakhand Transport Corporation : उत्तराखंड सरकार के लिए परिवहन निगम प्रबंध निदेशक का पद प्रयोगशाला बन चुका है। 1 साल के भीतर सात प्रबंध निदेशक उत्तराखंड सरकार बदलते हुए नहीं थकी कि 5 दिन के भीतर फिर एक बार प्रबंध निदेशक बदल दिए गए। 22 अप्रैल को सरकार ने जिन्हें जिम्मेदारी सौंपी उन्होंने पदभार ग्रहण नहीं किया उनके पद संभालने से पूर्व ही सरकार ने दूसरे अधिकारी को भेज दिया।
Uttarakhand Transport Corporation :
तबादले पर तबादले :
रातों – रात हुए तबादले के बाद IAS रोहित मीणा ने निगम मुख्यालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया। जिसके बाद निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रबंध निदेशक बदलने की जानकारी मिली। आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार ने आईएएस रंजना राजगुरु से रोडवेज प्रबंध निदेशक की कमान हटाकर विनीत तोमर को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
Uttarakhand Transport Corporation : बड़ी चुनौती :
उत्तराखंड सरकार के लिए रोडवेज को सुचारू चलाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। पहले कोरोनावायरस घाटा हुआ फिर यूनियन बाजी और कर्मचारियों के धरना प्रदर्शन हड़ताल के कारण परिवहन विभाग को मुसीबत झेलनी पड़ी। परिवहन विभाग की स्थिति यह है कि आईएएस अधिकारी परिवहन में तैनाती पाना ही नहीं चाहते। जिसे तैनात किया जाता है वह भी महीने 2 महीने में ही तबादला करा लेता है।
Uttarakhand Transport Corporation : 22 अप्रैल को प्रबंध निदेशक आईएएस विनीत तोमर ने पदभार ग्रहण करने से पूर्व भी कहीं और तैनाती पाली। अब रोहित मीणा को सरकार ने यहां भेजा है लगभग 500 करोड़ के घाटे में चल रही रोडवेज को पटरी पर लाने के लिए सरकार लगातार कोशिशें कर रही है।
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