Loksabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति तैयार , इस बार ऐसे करेगी काम
Loksabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है, जिसके लिए पार्टी ने अपने सांसदों को एक्टिव मोड में रहने के निर्देश दे दिए हैं, जिसको लेकर सांसदों के कार्यक्रम भी पार्टी उनके लोकसभा क्षेत्रों में लगाने जा रही है,
2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को उत्तराखंड की पांचों की पांचों लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज हुई थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर भी पार्टी ने पांच और लोकसभा सीट जीतने को लेकर रणनीति बनाना शुरू कर दिया जिसको लेकर पार्टी ने सांसदों को एक्टिव रहने के निर्देश दे दिए हैं, मुख्यमंत्री आवास मंगलवार रात को हुई सांसदों के साथ बैठक में संगठन के द्वारा सांसदों को कई निर्देश मिले हैं, जिसके तहत सबसे महत्वपूर्ण निर्देश भाजपा सांसदों को संगठन के द्वारा जो दिए गए हैं, उसके तहत जिन बूथों पर 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा था, उन बूथों पर सांसदों को लगातार दौरे करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि पार्टी उन बूथों पर मजबूत हो सके। पार्टी ने फैसला लिया है,कि सांसदों के कार्यक्रम लगातार लोकसभा क्षेत्र में लगे इसको लेकर पार्टी का एक पदाधिकारी की भी जिम्मेदारी तय की जाएगी।
भाजपा संगठन के द्वारा अंबेडकर की जयंती और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी मन की बात को लेकर भी सांसदों के कार्यक्रम तय किए गए हैं, 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती के दिन जहां शक्ति केंद्रों या बूथ स्तर के कार्यक्रम पर सांसद शिरकत करेंगे तो वही मन की बात के लिए पार्टी ने बड़ा खाका सभी समुदायों से जुड़ने को लेकर भी खींचा है जिसके तहत हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक संतो के साथ मन की बात सुनेंगे तो केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट जनजाति समुदाय के लोगों के साथ उधम सिंह नगर में मन की बात सुनेंगे पौड़ी से लोकसभा सांसद तीरथ सिंह रावत पूर्व सैनिकों के साथ मन की बात सुनेंगे तो अजय टम्टा धातु से बर्तनों और ढोल तैयार करने वाले वर्ग के लोगों के साथ मन की बात सुनेंगे साथ ही कई मंत्रियों की भी ड्यूटी पार्टी मुस्लिम समुदाय जैन समुदाय और अलग-अलग समुदाय के लोगों के साथ मन की बात को सुनने को लेकर लगाने जा रही है जिससे पार्टी का जनाधार सभी वर्गों में मन की बात के जरिए भी बढ़े।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात को लेकर भी पार्टी अब अपने जनाधार बढ़ाने की कोशिशों में लग गई है तो वहीं सांसदों को जहां एक तरफ एक्टिव मोड में रहने के निर्देश मिले हैं तो दूसरी तरफ चर्चाएं सियासी गलियारों में यह भी है कि आखिरकार कई सांसदों के टिकट पार्टी काट सकती है जिसको लेकर प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम का कहना है कि पार्टी अभी संगठन की मजबूती को लेकर काम कर रही है और जब भी लोकसभा चुनाव आएंगे तो टिकट बांटने को लेकर जो पैरामीटर होते हैं उनका भी अध्ययन करेगी।
लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने जहां एक तरफ तैयारियां शुरू कर दी है वहीं दूसरी तरफ सांसदों को जहां मैदान में जुटने के निर्देश संगठन की तरफ से मिल चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ कई सांसदों के मन में इस बात को लेकर भी संशय है कि क्या पार्टी इस बार भी उन्हीं को लोकसभा प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारेगी लेकिन देखना यह होगा कि आखिरकार लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा बूथ स्तर पर कितनी मजबूत नजर आती है और क्या कुछ सांसदों के टिकट पार्टी काट सकती है इस पर भी सभी की नजरें लगी रहेंगी।