India’s First GI Board : प्रदेश में बनेगा देश का पहला जीआई बोर्ड, बढ़ेगा निर्यात

Uk Tak News

India’s First GI Board : उत्तराखंड में देश का पहला जीआई बोर्ड बनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा कर दी है इसके तहत स्थानीय और जैविक उत्पादकों को कानूनी संरक्षण भी मिल सकेगा।

India’s First GI Board : India's First GI Board

उत्पादकों की ब्रांडिंग:

दरअसल राज्य के पारंपरिक और जैविक उत्पादों के संरक्षण और उनको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए ज्योग्राफिकल इंडिकेटर बोर्ड बनाया जाएगा। इससे जीआई पंजीकरण कराने के साथ ही उत्पादकों की मांग भी बढ़ेगी साथ ही जैविक और स्थानीय उत्पादों की मार्केटिंग ने के लिए ब्रांडिंग भी की जाएगी। वहीं कृषि मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि इस बोर्ड के गठन के बाद उत्पादकों से रोजगार की संभावनाएं और बढ़ेगी और साथ ही पलायन को भी रोका जा सकेगा। इतना ही नहीं जीआई प्रमाणित उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा और प्रदेश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

India’s First GI Board :  India's First GI Board

क्या है जीआई :

India’s First GI Board : जीआई टैग ऐसे उत्पादकों के लिए होता है जिनका एक अलग गुण या महत्व होता है। अभी तक उत्तराखंड के मुनस्यारी की राजमा के साथ ही नौ उत्पादों को जीआई टैग मिला है। वहीं उम्मीद जतार्अ जा रही है कि इस साल के अंत तक 20 और उत्पादों को जीआई टैग मिल जायेगा।

 

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